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वंशानुगत जोखिम और आनुवंशिक जाँच

कैंसर की संभावना का अर्थ यह है कि आनुवंशिक स्थिति के कारण कुछ लोगों में कैंसर के विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है। कभी-कभी परिवार में कोई व्यक्ति पहला होता है, जो आनुवंशिक स्थिति का सामना करता है, जबकि कभी-कभी उन्हें माता-पिता में से किसी एक से या दोनों से विरासत में यह मिलता है।

वर्तमान में ऐसा माना जाता है कि बचपन में होने वाले कैंसर के मामले में 8-10 फीसदी के पीछे मुख्य कारण आनुवंशिक स्थिति होती है।  और किसी की आनुवंशिक स्थिति होने का अर्थ यह नहीं है कि उसे कैंसर होगा।

अगर कैंसर का मुख्य कारण आनुवंशिक स्थिति है, तो यह महत्वपूर्ण है; क्योंकि इसका मतलब है:

  • रोगी को डायग्नोस्टिक इमेजिंग (रेडियोलॉजी) और खून के परीक्षण से संबंधित कार्य बार-बार कराने होंगे ताकि किसी भी तरह का कैंसर जिसके विकसित होने की शुरुआत है,वह आसानी में पकड़ में आ जाता है और तब इसका इलाज आसान हो जाता है और वह तेजी से ठीक भी हो जाता है। रोगी को जोखिम कम करने वाले सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है।
  • कैंसर के रोकथाम के लिए रोगी को धूम्रपान न करने और सनस्क्रीन का इस्तेमाल करने जैसे स्वास्थ्य संबंधी आदतों पर ध्यान में देना चाहिए।
  • परिवार के अन्य सदस्यों को भी वंशाणु में वंशानुगत उत्परिवर्तन का अंदेशा और उनके लिए परीक्षण का भी विकल्प हो सकता है।
  • जानकारी इस बात का निर्धारण करने में मददगार हो सकती है कि पारिवारिक सदस्यों में भी किसी को कैंसर का जोखिम है या नहीं।

आनुवंशिक जाँच किसे करना चाहिए?

आनुवंशिक जाँच का विचार किया जा सकता है

  • ऐसे बच्चों के लिए, जो कैंसर से पीड़ित हैं, हो सकता है कि इसका कारण कोई विशेष आनुवंशिक स्थिति हो।
  • कोई बच्चा, जो कैंसर से पीड़ित नहीं है, लेकिन शारीरिक और नैदानिक लक्षण के आधार पर उसमें आनुवंशिक स्थिति हो सकती है, जो कैंसर के विकसित होने के जोखिम को बढ़ा देती है।
  • ऐसे बच्चे और किशोर, जिनके परिवार के करीबी सदस्य किसी ख़ास तरह के कैंसर की आनुवंशिक स्थिति से ग्रस्त हैं।
शरद ऋतु में जापानी मेपल (एक प्रकार का छायादार वृक्ष)।

केवल आनुवंशिक स्थिति होने का अर्थ यह नहीं है कि उसमें कैंसर विकसित होगा।

अपने परिवार के जोखिम के बारे में मैं कैसे पता कर सकता हूं?

सबसे पहले, आप अपने परिवार के चिकित्सकीय इतिहास को एकत्रित करें, खासतौर पर अपने माता-पिता, बच्चों, भाइयों, बहनों, दादा-दादी, नाना-नानी, अंकल, आंटी और अंकल-आंटी के बच्चों विशेष रूप में उनका, जो कैंसर से पीडि़त हैं।

  • पता करें पारिवारिक सदस्य को किस तरह का कैंसर हुआ था और किस उम्र में उनके कैंसर रोग की पहचान हुई थी।
  • अगर पारिवारिक सदस्य के शरीर में एक से अधिक अंगों में कैंसर था, तो पता करने की कोशिश करें क्या चिकित्सक की समझ में वह एक ही तरह का कैंसर फैला था या अलग तरह का कैंसर था।
  • अगर आपकी आंखों, स्तन, फेफड़ों, गुर्दा या अधिवृक्क ग्रंथि (एड्रेनल ग्लैंड) में कैंसर हुआ था, तो पता करने की कोशिश करें कि क्या इससे केवल कोई एक या दोनों अंग प्रभावित हुए थे या नहीं।
  • अगर किसी पारिवारिक सदस्य का आनुवंशिक जाँच हुई थी, तो उनसे उनके परीक्षण परिणामों की प्रति मांगें।
  • साथ ही पारिवारिक सदस्यों के कैंसर से जुड़े मेडिकल रिकॉर्ड्स भी मांगें।

अगर आपको पता चले कि आपके परिवार में कैंसर का इतिहास रहा है तो अपने चिकित्सक से इस बारे में चर्चा करें और या आनुवंशिक सलाहकार या अन्य आनुवंशिक विशेषज्ञ का मार्गदशन प्राप्त करें।


समीक्षा की गई: जून 2018