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कैंसर के दौरान खाद्य सुरक्षा

जब रोगी की प्रतिरक्षा प्रणाली कैंसर और इलाज के कारण कमजोर हो जाती है, तो शरीर में खाद्य पदार्थ में पाए जा सकने वाले कीटाणु, परजीवी या विषाणुओं से लड़ने के लिए बहुत कुछ बचाव क्षमता होती है। खाद्य और पेय पदार्थों में रोगाणु कभी-कभी जठरांत्रीय (जीआई) ट्रैक्ट बीमारी या संक्रमण का कारण बन सकते हैं। इस तरह की बीमारी को खाद्य जनित बीमारी या फूड पॉइजनिंग कहा जाता है।

खाद्य जनित बीमारी के लक्षण

खाद्य जनित बीमारी के सामान्य लक्षण पेट के वायरस के लक्षणों के समान होते हैं। इनमें शामिल हैं:

  • दस्त होना
  • पेट में दर्द या मरोड़
  • जी मिचलाना और उल्टी होना
  • बुखार
  • ठंड लगना
  • सिरदर्द
  • मांसपेशियों में दर्द और कमजोरी

संक्रमित होने के बाद पहले कुछ दिनों के भीतर ही ज़्यादातर लोग बीमार महसूस करने लगते हैं। हालांकि, खाद्य जनित बीमारी के लक्षण कुछ घंटों के भीतर या एक सप्ताह में विकसित हो सकते हैं या उससे अधिक समय में दिखाई दे सकते हैं। 

अगर खाद्य जनित बीमारी का संदेह है:

  • देखभाल टीम को सूचित करें। 
  • खूब पानी पीएं।
  • यदि संभव हो, तो संदिग्ध खाद्य पदार्थ और पैकेजिंग सामग्री को अलग रख दें। देखभाल टीम इसकी जाँच करना चाहेगी। 
  • यदि किसी रेस्टोरेंट या अन्य सार्वजनिक स्थान पर संदिग्ध खाना खाया गया हो, तो स्थानीय स्वास्थ्य विभाग को संपर्क करें। यह अन्य लोगों को बीमार होने से रोकने में मदद कर सकता है।
बचपन में होने वाले कैंसर का रोगी एक कटोरी में पैनकेक बैटर को मिला रहा है।

खाना बनाने से पहले और बाद में हमेशा हाथ धोएं।

खाद्य जनित बीमारी को रोकने के तरीके

मूलभूत चरणों से खाद्य पदार्थों से होने वाली बीमारियों को रोकने में मदद मिल सकती है। यदि रोगी की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर है, तो ये विशेष रूप से महत्वपूर्ण होते हैं। देखभाल टीम परिवारों को अन्य खाद्य सुरक्षा कदम उठाने में मदद कर सकती है।

खाद्य पदार्थों से बीमारी को रोकने के तरीकों में निम्न शामिल हैं:

  • खाने का ठीक से ध्यान रखें।
  • पारस्परिक-संदूषण से बचें।
  • खाना अच्छी तरह पकाएं।
  • समझदारी से खरीदारी करें।
  • बाहर खाना खाते समय सावधानी बरतें।

खाने का ठीक से ध्यान रखना

भोजन का ठीक से ध्यान रखना ही खाद्य पदार्थों की बीमारी की संभावना को कम करने का समाधान है। खाद्य जनित बीमारी अक्सर तब शुरू होती है, जब खाद्य पदार्थों को सही तरीके से धोया या स्टोर नहीं किया जाता है।

  • गुनगुने, साबुन के पानी से हाथ धोएं।
    • खाना बनाने से पहले और बाद में दोनों हाथ धोएं।
    • खाने से पहले हमेशा धोएं।
  • उचित तापमान बनाए रखें।
    • गर्म खाद्य पदार्थों को 140° फ़ारेनहाइट से और ठंडे खाद्य पदार्थों को 40° फ़ारेनहाइट से अधिक पर ठंडा रखें। एक घंटे से अधिक समय तक कमरे के तापमान में खाद्य पदार्थ को न छोड़ें।
    • माइक्रोवेव या फ्रिज़ में मांस, मछली, या मुर्गी के मांस को सामान्य तापमान पर रखें। ड्रिप को पकड़ने के लिए एक डिश का इस्तेमाल करें।
    • डिफ्रॉस्टेड खाद्य पदार्थों का इस्तेमाल तुरंत करें और उन्हें रिफ्रिज़ न करें।
    • रेफ्रिज़रेटर में उन खाद्य पदार्थों को रखें जो खरीदने या तैयार करने के 2 घंटे के भीतर खराब हो सकते हैं।
  • फलों और सब्जियों को छीलने या काटने से पहले अच्छी तरह धो लें।
    • पानी डालते हुए पत्तेदार सब्जियों के एक-एक पत्ते को धोकर साफ़ करें।
    • किसी भी गंदगी को साफ़ स्क्रबर से धोएं।
    • पैकेट में बंद सलाद और उन अन्य तैयार उत्पाद को धोएं, जिन पर पहले से ही धुले हुए होने का निशान लगा होता है।
  • उन सब्जियों से बचें, जो:
    • चिपचिपी या फ़फूंदी लगी हों।
    • किराने की दुकान पर पहले से ही काटकर रखी गई हों।
  • अन्य सुझाव:
    • डिब्बाबंद खाद्य पदार्थों को खोलने से पहले उसे ऊपर से साबुन और पानी से धो लें।
    • कच्ची सब्जी के स्प्राउट्स से बचें।
    • ऐसे किसी भी बर्तन से कभी भी भोजन का स्वाद न चखें, जिसे खाने में वापस डालकर हिलाया जाए या उससे परोसा जाए।
    • फटे छिलके वाले अंडे फेंक दें।
    • ऐसे खाद्य पदार्थ न खाएं, जो अजीब दिखें या जिसमें दुर्गन्ध आए।

पारस्परिक-संदूषण से बचें

बगैर पके हुए खाद्य पदार्थों से जीवाणु आसानी से अन्य खाद्य पदार्थों और सतहों पर स्थानांतरित हो सकते हैं। रसोई की सुरक्षा को बेहतर बनाने के सरल तरीकों में ये शामिल हैं:

  • बर्तन, काउंटर और कटिंग बोर्ड को स्वच्छ रखें।
    • विभिन्न खाद्य पदार्थों को काटने के लिए साफ़ चाकू का इस्तेमाल करें।
    • गुनगुने, साबुन के पानी से काउंटर और कटिंग बोर्ड को धोएं या 1 भाग ब्लीच और 10 भाग पानी से बने एक ताजे सॉल्यूशन का इस्तेमाल करें।
    • भोजन के साथ इस्तेमाल करने के लिए बने नम कीटाणुनाशक वाइप्स का इस्तेमाल करें।
  • खाद्य पदार्थों को अलग रखें।
    • कच्चे मांस को डिब्बे में सील करके, अन्य खाने के लिए तैयार भोजन से दूर रेफ्रिज़रेटर में स्टोर करें।
    • काउंटर के उपरी सतह पर खाद्य पदार्थों को अलग रखें।
    • कच्चे मांस, फल और सब्जियों के लिए अलग-अलग कटिंग बोर्ड का इस्तेमाल करें।
  • ग्रिल करते समय पके हुए मांस को एक स्वच्छ प्लेट में रखें

खाना अच्छी तरह पकाना

सुरक्षित तापमान पर खाना पकाने, विशेष रूप से मांस और मुर्गी, भोजन से संबंधित बीमारी की संभावना को कम करता है।

  • मांस थर्मामीटर का इस्तेमाल करें। खाद्य पदार्थ के सबसे मोटे हिस्से के बीच में मांस थर्मामीटर रखें।
    • मांस को 165° फ़ारेनहाइट पर पकाएं।
    • मुर्गी को 180° फ़ारेनहाइट पर पकाएं।
  • मांस को तब तक पकाएं, जब तक वह गुलाबी न हो जाए।
  • सुनिश्चित करें कि मांस का रस साफ़ हो।

माइक्रोवेव में खाना बनाते समय, ठंडे स्थानों से बचें जहां पर कीटाणु जीवित रह सकते हैं।

  • खाना पकाते समय व्यंजन को चलाएं।
  • बचे हुए खाने को ढककर या प्लास्टिक में लपेटकर गर्म करें।
  • बीच-बीच में हिलाएं।  

समझदारी से खरीदारी करना

किराने की दुकान से खाद्य जनित बीमारी की रोकथाम शुरू होती है।

  • खरीद करने की अंतिम तारीख और इस्तेमाल करने की अंतिम तारीख की जाँच करें। इस्तेमाल की समय सीमा समाप्त हो चुके उत्पादों को न खरीदें।
  • केवल ताज़े उत्पाद ही चुनें। यह देखें:
    • ताज़ा मांस, पोल्ट्री और समुद्री भोजन पर पैकेजिंग की तारीख
    • फलों और सब्जियों पर चिह्न
    • डिब्बाबंद खाद्य पदार्थों पर मुहरबंद पैकेजिंग
  • इन खाद्य पदार्थों से बचें:
    • क्षतिग्रस्त, सूजे हुए, जंग या खरोंच लगे हुए डिब्बे
    • दुकानों पर मिलने वाले तैयार खाद्य पदार्थ
    • रेफ्रिज़रेट न की गई क्रीम और कस्टर्ड युक्त मीठे व्यंजन और पेस्ट्री।
    • सेल्फ़-सर्व या बल्क कंटेनरों में रखे खाद्य पदार्थ
    • दही और आइसक्रीम के साथ परोसे जाने वाले सॉफ्ट
    • खाद्य पदार्थों के मुफ़्त में मिलने वाले नमूने
    • फटे या रेफ्रिज़रेट न किए गए अंडे
  • खरीदारी के लिए अन्य सलाह:
    • बाहर निकलने से पहले जमे हुए और ठंडे किए गए खाद्य पदार्थों को निकालें, विशेषकर गर्म मौसम के दौरान।
    • दुकान से लौटने के तुरंत बाद किराने के सामान को फ्रिज़ में रखें।  

सुरक्षा पूर्वक बाहर का खाना खाएं

बाहर खाने से अतिरिक्त चुनौतियां पैदा हो सकती हैं, क्योंकि खाद्य पदार्थ के संग्रहण और तैयार करने के तरीके के बारे में कम पता होता है। पारिवारिक रेस्टोरेंट में भोजन से संबंधित बीमारी के जोखिम को कम करने में मदद करने के लिए कदम उठा सकते हैं।

  • रेस्टोरेंट के लिए स्वास्थ्य निरीक्षण की रेटिंग देखें। रेस्टोरेंट खाद्य सुरक्षा नियमों और ज़रुरतों को कितनी अच्छी तरह से पूरा करते हैं, यह जानने का एक अच्छा तरीका है।
  • परोसने वाले व्यक्ति से बात करें। समय से पहले सभी निश्चित ज़रुरतों का ब्यौरा दें।
    • पूछें कि क्या भोजन ताज़ा बनाया जाएगा।
    • मसालों के सिंगल-सर्विंग पैकेज मांगे।
    • पैस्चराइज़्ड होने पर ही फलों का रस पिएं, यह कीटाणु को कम करता है।
    • मांस को अच्छी तरह से पकाने के लिए कहें।
  • मेनू में दिए गए कुछ विकल्पों से दूर रहें।
    • स्वयं या साझा भोजन जैसे सलाद के काउंटर और आहार कक्ष में रखें खाने को लेने से बचें।
    • कच्चे फलों और सब्जियों तक सीमित रहें।
    • ताज़ा निचोड़ कर निकाले हुए रस पिएं।
  • भोजन-संबंधी अन्य सलाह:
    • सुनिश्चित करें कि बर्तन सीधे मेज पर न रखकर नैपकिन, साफ़ मेजपोश या मेज की चटाई पर रखे हों। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं, तो उनसे दूसरे बर्तन लाने को कहें।
    • बचे हुए खाने के लिए कंटेनर मांगें और भोजन को अपने आप उसमें डालें।
    • जितनी जल्दी हो सके बचे हुए खाने को फ़्रिज में रखें।

अस्पताल के कमरे में खाद्य सुरक्षा

  • खाने से पहले और बाद में हाथ धोएं।
  • एक घंटे के बाद खोलें या खराब होनेवाले भोजन को हटा दें, क्योंकि भोजन में जीवाणु पनप सकता है।
  • उपयुक्त डिब्बे में भोजन को फेंकें।
  • बच्चे के कमरे में भोजन को स्टोर न करें। निर्दिष्ट रेफ्रिज़रेटर का इस्तेमाल करें।
  • रेफ्रिज़रेटेड भोजन पर बच्चे का नाम और तारीख लिखें।

अधिक जानकारी

अतिरिक्त जानकारी के लिए, खाद्य और औषधि प्रशासन की वेबसाइट पर कैंसर से जूझ रहे लोगों के लिए एफडीए के खाद्य सुरक्षा पृष्ठ पर जाएं।

खाद्य सुरक्षा के लिए सफाई, अलग रखने, पकाने और ठंडा करने के तरीकों के बारे में अधिक जानें।


समीक्षा की गई: जून 2018