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खून की कमी

बचपन में होने वाले कैंसर के मरीजों में लाल रक्त कोशिकाएं कम हो जाती हैं, इसे खून की कमी कहा जाता है। कुछ इलाज या कैंसर बोन मैरो (हड्डी के अंदर जहां खून बनता है) को प्रभावित करते हैं, जिसके कारण यह स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

लाल रक्त कोशिकाएं, वे कोशिकाएं होती हैं जो फेफड़े से ऑक्सीजन को शरीर के अन्य भागों तक पहुंचाती हैं। खून की कमी वाले लोगों को थकान और कमजोरी महसूस हो सकती है।

कारण

खून की कमी के ये कारण हैं:

  • कीमोथेरेपी – कीमोथेरेपी बोन मैरो (हड्डी के अंदर जहां खून बनता है) को नुकसान पहुंचा सकती है। 
  • रेडिएशन – शरीर के बड़े हिस्से में या जननांग, पैर, छाती की हड्डियों और पेट में रेडिएशन से बोन मैरो (हड्डी के अंदर जहां खून बनता है) को नुकसान पहुंच सकता है।
  • कुछ कैंसर प्रकार – खून के कैंसर और लिंफोमा सहित बोन मैरो (हड्डी के अंदर जहां खून बनता है) के कैंसर के कारण खून की कमी हो सकती है।
  • बहुत अधिक रक्तस्त्राव – सर्जरी के बाद या ट्यूमर के कारण आंतरिक रक्तस्त्राव होने से यह स्थिति पैदा हो सकती है।
  • जी मिचलाना, उल्टी होना और भूख न लगना – इनके कारण मरीजों को लाल रक्त कोशिकाएँ बनाने के लिए आवश्यक पर्याप्त पोषक तत्व (जैसे, आयरन, फोलिक एसिड और विटामिन B12) नहीं मिल पाते हैं।

संकेत और लक्षण

खून की कमी के संकेत और लक्षण में शामिल हैं:

  • चक्कर आना या बेहोश होना
  • साँस की तकलीफ होना
  • बहुत कमजोरी और थकान महसूस होना
  • दिल की धड़कन तेज़ होना
  • त्वचा पीली पड़ना

खून की कमी रोग की पहचान करना

कंप्लीट ब्लड काउंट जांच, खून की कमी रोग की पहचान करने का सबसे आम तरीका है। जांच में 2 तरीकों से लाल रक्त कोशिका को मापा जाता है – हीमोग्लोबिन और हेमाटोक्रिट हीमोग्लोबिन एक प्रोटीन होता है, जो ऑक्सीजन पहुंचाता है। हेमाटोक्रिट, लाल रक्त कोशिकाओं से बनने वाले खून का प्रतिशत होता है।

खून की कमी का इलाज

ये इलाज हो सकते हैं:

  • लाल रक्त कोशिका ट्रांसफ्यूज़न – मरीज को या तो सेंट्रल वेनस एक्सेस डिवाइस या पेरिफ़ेरल आईवी के ज़रिये शिरा में लाल रक्त कोशिकाओं को डाला जाता है। कैंसर के मरीजों में यह इलाज सबसे आम है।
  • दवाइयां – दुर्लभ स्थितियों में, देखभाल प्रदाता ऐसी दवाइयां लेने की सलाह दे सकते हैं, जो लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण करती हैं।
  • विटामिन और खनिज सप्लिमेंट्स – बहुत कम मामलों में, देखभाल टीम ऐसे सप्लिमेंट्स जैसे आयरन, फ़ोलिक एसिड या विटामिन B12 लेने की सलाह दे सकती है, जिनसे लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में सहायता मिलती है। लेकिन विटामिन और खनिज की कमी आमतौर पर खून की कमी के कारण नहीं होती है।

खून की कमी की समस्या से निपटने के उपाय

खून की कमी की समस्या से निपटने के लिए मरीज ये कदम उठा सकते हैं:

  • गतिविधि के साथ विश्राम करें। कुछ शारीरिक गतिविधि के साथ संतुलन बनाए रखने के लिए दिन में थोड़ी-थोड़ी देर के लिए झपकी लेने की कोशिश करें। ध्यान रखें कि बहुत अधिक बेड रेस्ट लोगों को कमजोर महसूस करवा सकता है। 
  • प्रत्येक दिन अनुशंसित समय पर सोएं (झपकी सहित):
    • शिशु – 12-16 घंटे
    • 1-2 –11-14 घंटे
    • 3-5 – 10-13 घंटे
    • 6-12 – 9-12 घंटे
    • 13-18 वर्ष–8-10 घंटे
      स्रोत: अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स और अमेरिकन एकेडमी ऑफ स्लिप मेडिसिन
  • पौष्टिक खाद्य पदार्थ खाएं और पेय पदार्थ लें -- क्या खाना और पीना सबसे अच्छा है, यह जानने के लिए अपनी देखभाल टीम से बात करें।


समीक्षा की गई: अगस्त, 2018