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दवाओं का सुरक्षित भंडारण तथा निपटान

रोगी, उसके परिवार के सदस्य और देखभालकर्ताओं को सुरक्षित रखने में सहायता करने के लिए दवाओं का सही तरीके से भंडारण और निपटान करना आवश्यक है. अगर दवाओं का सही तरीके से भंडारण न किया जाए, इन्हें दिए गए निर्देशों के अनुसार न लिया जाए, गलत व्यक्ति द्वारा ले लिया जाए या सुरक्षित तरीके से न फेंका जाए तो सभी दवाएं हानिकारक हो सकती हैं।

याद रखें:

  • दवाओं को एक सुरक्षित स्थान पर, बच्चों और पालतू पशुओं की पहुंच से दूर रखें
  • हर बार इस्तेमाल करने के बाद दवाओं को अलग रख दें
  • फॉर्मेसी द्वारा दिए गए भंडारण निर्देशों का पालन करें
  • अगर दवाओं की आवश्यकता नहीं है तो उनका उचित तरीके से निपटान कर दें
 

दवाओं के सुरक्षित भंडारण की युक्तियां

दवाओं का सुरक्षित भंडारण, रोगी और उसके परिवार के सदस्यों को किसी भी प्रकार के नुकसान से सुरक्षित रखता है। अगर दवाओं को सही तरीके से स्टोर न किया जाए, तो इनसे आकस्मिक विषाक्तता का खतरा उत्पन्न हो सकता है। हर साल लगभग 60,000 बच्चों को आपात-चिकित्सा कक्ष में सिर्फ़ इसलिए भर्ती करवाना पड़ता है, क्योंकि उन्होंने उस समय कोई दवा खा ली होती है जब उन पर किसी वयस्क या अभिभावक का ध्यान नहीं होता। अगर दवाओं को सही तरीके से स्टोर न किया जाए, तो इनकी प्रभाविकता में कमी आ सकती है या ये रोगी के लिए नुकसान का कारण बन सकती हैं। दवाओं के सुरक्षित भंडारण की युक्तियों में निम्न शामिल हैं:

  • दवा की बोतलों पर दिए गए भंडारण निर्देशों का पालन करें। कुछ दवाओं का फ्रिज़ करने की और कुछ दवाओं को प्रकाश से दूर रखने की आवश्यकता होती है। भंडारण के निर्देशों के लिए लेबल देखें। अगर आपको इसके बारे में जानकारी नहीं है, तो अपने फॉर्मासिस्ट से दवाओं के भंडारण के बारे में जानें।
  • जिन दवाओं को रेफ्रिजरेटर में नहीं रखा जाना है, उन्हें एक सूखे तथा ठंडे स्थान पर रखें। दवाओं को बाथरूम में स्टोर न करें। शॉवर, बाथ तथा सिंक से निकलने वाली नमी और गर्मी दवाओं को खराब कर सकती है। इससे हो सकता है कि दवा काम न करे या दवा खतरनाक बन जाए। किसी आलमारी की दराज या स्टोव और सिंक से दूर रसोई की कोई आलमारी या केबिनेट, दवाओं के भंडारण के लिए सुरक्षित मानी जाती हैं।
  • अगर दवाओं को रेफ्रिजरेटर में स्टोर कर रहे हैं, तो इन्हें खाने-पीने के सामान से अलग रखें। दवाओं को या तो रेफ्रिजरेटर की दराज में रखें या फिर इन्हें एक कंटेनर में बंद करके रखें, ताकि आस-पास के भोजन पर इसका प्रभाव न पड़े। अगर दवाओं को रेफ्रिजरेटर में रखा जा रहा है, तो एक नियत तापमान बनाए रखना सुनिश्चित करें। दवाओं को फ्रीज़र में या इसके पास न रखें। दवाओं को रेफ्रिजरेटर के दरवाजे में स्टोर न करें, क्योंकि दरवाजा खुला रहने पर अंदर के तापमान में बदलाव आ सकता है।
  • दवाओं को कार में न रखें। कार बहुत गर्म हो सकती है। गर्मी के कारण दवाएं या तो बेअसर हो सकती हैं या खतरनाक बन सकती हैं।
  • दवाओं को उनके मूल और सही तरीके से लेबल किए गए कंटेनर में ही स्टोर करें। अलग-अलग प्रकार की दवाओं को एक ही बोतल में रखने से बचें। अगर आप पिल-बॉक्स या किसी दूसरे दवा रखने वाले डिब्बे का उपयोग कर रहे हैं, तो दवा के मूल, लेबल किए हुए कंटेनर में ही रखें। अगर दवा के नाम, खुराक, रीफ़िल या दवा को स्टोर करने या लेने के निर्देशों के बारे में कोई संदेह या प्रश्न है, तो दवा का मूल लेबल इसके समाधान में सहायक हो सकता है।
  • दवाओं को बच्चों की नज़र और उनकी पहुंच से दूर रखें। हर बार इस्तेमाल करने के बाद दवाओं को दूर रख दें। दवाओं को कभी भी काउंटर पर, पर्स में या डायपर बैग में न रखें, भले ही आपको कुछ ही घंटों बाद इनका फिर से इस्तेमाल करना हो। अगर दवा एक हानिकारक दवा या नियंत्रित पदार्थ है तो यह और भी ज़रूरी हो जाता है।

दवाओं के सुरक्षित निपटान के लिए युक्तियां

अगर दवाओं की आवश्यकता समाप्त हो जाए, उनके हानिकारक होने की संभावना हो या उनके काम न करने की संभावना हो, तो उनका निपटान कर दिया जाना महत्वपूर्ण होता है। निम्न स्थितियों में दवाओं का निपटान कर दिया जाना चाहिए:

  • अगर दवा की गोली या कैप्सूल के टूटे हुए टुकड़े मौजूद हैं। चूंकि आप इन टुकड़ों से दवा की सही खुराक नहीं दे पाएंगे, इसलिए इन्हें तुरंत फेंक देना चाहिए। कुछ दवाएं टूटी हुई या कटी हुई स्थिति में लेने पर नुकसानदायक होती है।
  • अगर उनकी अवधि समाप्त हो चुकी है। दवा की बोतल पर दी गई समाप्ति की अवधि देखें। अवधि समाप्त दवाएं बेअसर हो सकती हैं, इस प्रकार की दवाओं का इस्तेमाल खतरनाक हो सकता है।
  • वे देखने में पहले से अलग लगने लगी हैं। जिन दवाओं के रंग में बदलाव आ गया है या वे टूट रही हैं या फिर उनमें से दुर्गंध आ रही है, तो उन दवाओं का इस्तेमाल न करें। अगर तरल दवाओं में किसी प्रकार का धुंधलापन आ जाए, उनका रंग बदल जाए, गाढ़ापन आ जाए, संगतता में परिवर्तन आ जाए या उनमें कणीय पदार्थ तैरते हुए दिखें, तो उन दवाओं का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
  • उनकी अब आवश्यकता नहीं होती है। उपयोग न की गई और अनचाही प्रेस्क्रिप्शन दवाओं को बाद में काम में लेने के लिए बचाकर न रखें। जीवाणु नाशक दवाई, दर्द-निवारक दवाएं, कफ़ सिरप और आई-ड्रॉप जैसी पिछली बीमारी की बची हुई दवाओं को आगे के इस्तेमाल के लिए बचाकर नहीं रखना चाहिए। प्रेस्क्रिप्शन दवा लेने से पहले, एक स्वास्थ्य सेवा प्रदाता द्वारा रोगी को देखा जाना और रोग की पहचान की जाना आवश्यक होता है, ताकि सही प्रकार की दवा की सही खुराक दी जा सके।

आप निम्न कुछ आसान चरणों का पालन कर दवाओं का सुरक्षित तरीके से निपटान करना सुनिश्चित कर सकते हैं। दवाओं के निपटान करने के समय और इसके तरीके के बारे में यदि आपके मन में कोई प्रश्न है, तो अपने फॉर्मासिस्ट से पूछें।

  • बीमारी के बारे में खोज करने में भाग ले रहे रोगियों को, सभी शोध दवाएं दिए गए निर्देशानुसार, अपने अस्पताल की फॉर्मेसी या नैदानिक शोध टीम को लौटा देनी चाहिए। जाँच-विज्ञान में भाग लेने वाले रोगियों को दी जाने वाली दवाओं की अच्छे से गिनती की जाती है, यह शोध प्रक्रिया का एक भाग होता है।
  • गोलियों, तरल, ड्रॉप, पैच, क्रीम और इनहेलर सहित बाकी सभी प्रकार की दवाओं को फेंकने के लिए निम्न चरणों का पालन करें:

1. सबसे पहले इन्हें किसी गंदे पदार्थ जैसे कि जन्तु मल, गंदगी, कॉफी के बचे हुए कचरे के साथ मिला दें।

 

2. इस मिश्रण को ज़िप बैग, खाली कनस्तर या बटर कनस्तर जैसे किसी सीलबंद कंटेनर में रखें।

 

3. अब इस मिश्रण वाले सीलबंद कनस्तर को कचरापात्र में डाल दें।

 

4. दवा के कंटेनर और मूल प्रेस्क्रिप्शन लेबल से सभी निजी जानकारियां मिटा दें और उसे दूर फेंक दें।

 

आपको अपने चिकित्सक या फ़ार्मासिस्ट से निम्न प्रश्न पूछने चाहिए:

  • मुझे दवाओं का भंडारण किस प्रकार से करना चाहिए? क्या इन दवाओं को फ्रिज़ करने या इन्हें प्रकाश से बचाने की आवश्यकता है?
  • अगर मैं गलती से भंडारण निर्देशों का पालन नहीं कर पाता हूं, तो मुझे क्या करना चाहिए?
  • इस दवा की अवधि कब समाप्त होगी (यह दवा कब एक्सपायर होगी)?
  • मैं बची हुई दवाओं का क्या करूं?
  • क्या मेरे आस-पास में कोई “दवा-वापस-लेनेवाला” स्थान है?


समीक्षा की गई: अगस्त, 2018